नयन के बादल घने हो गये
क्यों इतने अनमने हो गये
सुनो सुनो ऐ बंधु!
न रूठो, मुझको जीत तुम्ही पाओगे,
मेरे गीत तुम्ही गाओगे…|
छोडो तुम यह रोना-धोना
चलो सजाओ स्वप्न सलोना
इतना तो विश्वास करो तुम
मेरी प्रीत तुम्ही पाओगे
मेरे गीत तुम्ही गाओगे…|
यह मौसम तूफानी देखो
कितना रेगिस्तानी देखो
ऐसे में मालूम मुझे था
मेरे मीत तुम्ही आओगे
मेरे गीत तुम्ही गाओगे…|
तुमने जीवन दान दिया है
गीतों का वरदान दिया है
इन्हें अमर भी कर जाए जो
वह संगीत तुम्ही लाओगे
मेरे गीत तुम्ही गाओगे…|
{कृष्ण बिहारी}